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बाबर युद्ध नीति उपलब्धियाँ भारतीय मध्यकालीन इतिहास में सैन्य परिवर्तन का महत्वपूर्ण अध्याय हैं। मुगल साम्राज्य के संस्थापक के रूप में बाबर को जाना जाता है। उसकी सफलता केवल सैन्य विजय तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसकी आधुनिक युद्ध नीति, संगठित सैन्य व्यवस्था और दूरदर्शी दृष्टिकोण ने भारत में एक स्थायी और केंद्रीकृत साम्राज्य की नींव रखी।
यह Quick Revision Notes बाबर के प्रमुख युद्धों, सैन्य नीति, प्रशासनिक विशेषताओं और ऐतिहासिक उपलब्धियों को सरल, तथ्यात्मक और परीक्षा-उपयोगी रूप में प्रस्तुत करता है, जो NET, PGT और State PSC जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।

परिचय
ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर भारतीय इतिहास में उस शासक के रूप में जाना जाता है, जिसने न केवल दिल्ली सल्तनत का अंत किया, बल्कि भारत में एक नए और स्थायी मुगल साम्राज्य की नींव रखी। मध्य एशिया के तैमूरी वंश से संबंधित बाबर प्रारंभ में समरकंद और फ़रगाना के संघर्षों से होकर गुज़रा, जहाँ असफलताओं ने उसके व्यक्तित्व को अधिक व्यावहारिक और रणनीतिक बनाया। यही अनुभव आगे चलकर भारत विजय में उसकी सबसे बड़ी शक्ति बना।
बाबर की ऐतिहासिक महत्ता केवल उसके युद्धों तक सीमित नहीं है। उसकी आधुनिक सैन्य नीति, विशेष रूप से तोपखाने का प्रभावी प्रयोग, ‘तुलुग़मा’ युद्ध पद्धति और संगठित सेना व्यवस्था ने भारतीय युद्ध प्रणाली में एक निर्णायक परिवर्तन किया। पानीपत, खानवा, चंदेरी और घाघरा जैसे युद्धों के माध्यम से उसने अफ़ग़ान और राजपूत शक्तियों को पराजित कर मुगल शासन को सुदृढ़ आधार प्रदान किया।
प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से बाबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वह एक योद्धा के साथ-साथ लेखक भी था। उसकी आत्मकथा ‘बाबरनामा’ समकालीन इतिहास का प्रामाणिक स्रोत मानी जाती है, जिसमें तत्कालीन समाज, राजनीति और भारत की भौगोलिक-आर्थिक स्थितियों का स्पष्ट वर्णन मिलता है। यही कारण है कि बाबर से जुड़े प्रश्न NET, PGT और State PSC परीक्षाओं में हर वर्ष पूछें जाते हैं।
Must Read It: बाबर के आक्रमण के समय उत्तर भारत की राजनीतिक दशा- सम्पूर्ण विश्लेषण
बाबर (ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर) — Quick Revision Capsule
1. पहचान एवं पृष्ठभूमि
- पूरा नाम: ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर
- वंशीय संबंध:
- पिता की ओर से तैमूर का वंशज
- माता की ओर से चंगेज़ ख़ान से संबंध
- जन्म: 1483 ई., फ़रगाना (मध्य एशिया)
- धर्म: सुन्नी इस्लाम
- व्यक्तित्व विशेषता: साहसी सेनानायक, आत्मविश्लेषी लेखक और प्रकृति-प्रेमी शासक
2. भारत से पूर्व के संघर्ष (Central Asia Phase)
- फ़रगाना और समरकंद पर अधिकार हेतु लगातार संघर्ष
- उज़बेक शासक शैबानी ख़ाँ से पराजय → मध्य एशिया में स्थायी सत्ता असंभव
- 1504 ई.: काबुल विजय → राजनीतिक स्थिरता और भारत अभियान की तैयारी
- परिणाम:
- तेज़ घुड़सवार युद्ध शैली
- रणनीतिक लचीलापन और सैन्य अनुभव
3. भारत में प्रमुख युद्ध

- 1526 ई. – प्रथम पानीपत युद्ध
→ इब्राहिम लोदी पर विजय, दिल्ली सल्तनत का अंत - 1527 ई. – खानवा युद्ध
→ राणा साँगा पर विजय, राजपूत शक्ति कमजोर - 1528 ई. – चंदेरी युद्ध
→ मेदिनीराय पर विजय - 1529 ई. – घाघरा युद्ध
→ अफ़ग़ानों की अंतिम पराजय, मुगल सत्ता सुदृढ़ - Must Read It: बाबर की भारत विजय और सैन्य प्रतिभा-सम्पूर्ण ऐतिहासिक विवरण
4. सैन्य संगठन व युद्ध तकनीक (Exam Most Important)

- तुलुग़मा पद्धति: सेना को दाएँ-बाएँ भागों में बाँटकर आक्रमण
- अरबा प्रणाली: तोपों को गाड़ियों से जोड़कर सुरक्षा घेरा
- भारत में बारूद और तोपखाने का संगठित प्रयोग
- प्रमुख तोपची: उस्ताद अली कुली
- सफलता का मूल कारण:
→ आधुनिक हथियार + अनुशासित सेना + रणनीतिक नेतृत्व
5. बाबरनामा (साहित्यिक योगदान)

- आत्मकथा: बाबरनामा / तुज़ुक-ए-बाबरी
- मूल भाषा: तुर्की (चगताई)
- फ़ारसी अनुवाद: अब्दुर रहीम ख़ान-ए-ख़ाना (अकबर काल)
- ऐतिहासिक महत्व:
- निष्पक्ष आत्मवृत्तांत
- तत्कालीन समाज, राजनीति और भूगोल का जीवंत विवरण
भारत पर टिप्पणियाँ (Baburnama):
- प्रशंसा: उपजाऊ भूमि, कृषि-समृद्धि, प्राकृतिक विविधता
- आलोचना: इतिहास लेखन की कमी, सैन्य अनुशासन का अभाव
6. प्रशासन एवं सांस्कृतिक विशेषताएँ
- शासन स्वरूप: केंद्रीकृत राजतंत्र (मध्य एशियाई मॉडल)
- मनसबदारी प्रणाली: प्रारंभिक अवस्था में
- भारत में चारबाग शैली के उद्यानों की शुरुआत
- बागवानी और प्रकृति के प्रति गहरी रुचि
7. उपाधियाँ, दृष्टिकोण और नीति
- खानवा विजय के बाद ‘ग़ाज़ी’ की उपाधि
- धार्मिक नीति: व्यावहारिक एवं राजनीतिक आवश्यकताओं पर आधारित
- भारत के लिए प्रयुक्त नाम: हिंदुस्तान
8. मृत्यु और उत्तराधिकार
- मृत्यु: 1530 ई., काबुल
- दफ़न: काबुल (स्वयं की इच्छा अनुसार)
- उत्तराधिकारी: हुमायूँ
- Must Read It; बाबर के चरित्र एवं व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विश्लेषण
9. ऐतिहासिक महत्व (Exam Favourite Points)
- दिल्ली सल्तनत का अंत, मुगल साम्राज्य की स्थापना
- भारत में आधुनिक युद्ध तकनीक की शुरुआत
- एक सशक्त, केंद्रीकृत साम्राज्य की नींव
- विजेता + आत्मकथाकार शासक के रूप में विशिष्ट स्थान
बाबर : युद्धनीति, शासन और ऐतिहासिक योगदान — समग्र विवेचन
- ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर तैमूरी वंश का एक महत्वाकांक्षी शासक था, जिसका जन्म मध्य एशिया के फ़रगाना क्षेत्र में हुआ। उसका प्रारंभिक जीवन निरंतर राजनीतिक अस्थिरता और संघर्षों से भरा रहा। युवावस्था में ही उसे अपने पैतृक राज्य को बनाए रखने तथा समरकंद जैसे महत्वपूर्ण नगर पर अधिकार स्थापित करने के लिए अनेक युद्ध करने पड़े। किंतु शैबानी ख़ाँ के नेतृत्व में उभरती उज़बेक शक्ति के कारण बाबर को मध्य एशिया में स्थायी सफलता नहीं मिल सकी। इन परिस्थितियों में 1504 ई. में काबुल पर उसका अधिकार स्थापित होना उसके जीवन की दिशा बदलने वाला क्षण सिद्ध हुआ। काबुल को केंद्र बनाकर उसने अपनी शक्ति संगठित की और आगे भारत की ओर बढ़ने की ठोस योजना बनाई।
- मध्य एशिया में लड़े गए युद्धों ने बाबर को कुशल सेनानायक बना दिया। फ़रगाना, समरकंद और काबुल से जुड़े संघर्षों के दौरान उसने तेज़ गति से युद्ध करने की शैली, घुड़सवार सेना के प्रभावी प्रयोग और परिस्थितियों के अनुसार रणनीति बदलने की कला सीखी। भारत अभियान के समय उसने इन अनुभवों को बारूद और तोपखाने जैसी आधुनिक सैन्य तकनीकों के साथ जोड़कर एक नई युद्ध प्रणाली विकसित की।
- भारत में बाबर की सबसे निर्णायक सफलता 1526 ई. में पानीपत के प्रथम युद्ध में प्राप्त हुई, जहाँ उसने दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी को पराजित कर सल्तनत काल का अंत कर दिया। इस युद्ध में ‘तुलुग़मा’ युद्धनीति तथा ‘अरबा’ पद्धति के माध्यम से तोपों का सुनियोजित प्रयोग उसकी विजय का मुख्य कारण बना। अगले वर्ष 1527 ई. में खानवा के युद्ध में राणा साँगा की पराजय ने राजपूत शक्ति को गहरा आघात पहुँचाया। इस विजय के बाद बाबर ने स्वयं को ‘ग़ाज़ी’ की उपाधि से संबोधित किया। इसके पश्चात 1528 ई. में चंदेरी में मेदिनीराय तथा 1529 ई. में घाघरा के युद्ध में अफ़ग़ान शक्तियों को पराजित कर उसने भारत में मुगल सत्ता को मजबूत आधार प्रदान किया।
- बाबर केवल एक सफल विजेता ही नहीं, बल्कि एक संवेदनशील लेखक और प्रकृति से गहरा लगाव रखने वाला शासक भी था। उसकी आत्मकथा ‘बाबरनामा’, जो तुर्की भाषा में लिखी गई, उस काल के इतिहास का एक अत्यंत विश्वसनीय और जीवंत स्रोत है। इसमें उसने भारत की प्राकृतिक संपन्नता, उपजाऊ भूमि और विविध जलवायु की प्रशंसा की है, साथ ही भारतीय समाज की कुछ कमजोरियों—जैसे इतिहास लेखन की परंपरा का अभाव और सैन्य संगठन की कमी—पर स्पष्ट टिप्पणी भी की है।
- प्रशासन के क्षेत्र में बाबर ने मध्य एशियाई परंपराओं से प्रेरित एक केंद्रीकृत शासन व्यवस्था की नींव रखी। यद्यपि उसके शासनकाल में मनसबदारी प्रणाली पूर्ण रूप से विकसित नहीं हुई थी, फिर भी उसकी सेना अनुशासित और पेशेवर थी। उसने भारत में ‘चारबाग’ शैली के उद्यानों की परंपरा आरंभ की और बागवानी को शाही संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग बनाया।
- 1530 ई. में बाबर का निधन हुआ। उसकी इच्छा के अनुरूप उसे काबुल में दफ़नाया गया और उसके बाद उसका पुत्र हुमायूँ मुगल सिंहासन का उत्तराधिकारी बना। ऐतिहासिक दृष्टि से बाबर का महत्व केवल एक नए राजवंश की स्थापना तक सीमित नहीं है, बल्कि उसने भारत में ऐसे साम्राज्य की आधारशिला रखी, जो आगे चलकर राजनीतिक स्थिरता, सांस्कृतिक समन्वय और सशक्त प्रशासन का प्रतीक बना।
- Must Read It: पानीपत के प्रथम युद्ध का सम्पूर्ण विश्लेषण/ कारण, परिणाम और महत्व
बाबर : MCQ FOR NET, TGT, PGT, SSSC, UPPSC
1. बाबर द्वारा ‘तुलुग़मा’ और ‘अरबा’ युद्ध पद्धति का संयुक्त प्रयोग किस युद्ध में हुआ?
(UGC-NET 2019)
A) खानवा B) चंदेरी C) पानीपत प्रथम D) घाघरा
2. बाबर के अनुसार भारत की सबसे बड़ी सैन्य कमजोरी क्या थी?
(UGC-NET 2020)
A) हथियारों की कमी B) अनुशासन का अभाव C) सैनिक संख्या कम होना D) घुड़सवार सेना
3. बाबर ने किस युद्ध के पश्चात स्वयं को ‘ग़ाज़ी’ घोषित किया?
(UPPSC 2021)
A) पानीपत B) खानवा C) चंदेरी D) घाघरा
4. बाबर की सफलता में निर्णायक भूमिका निभाने वाली तकनीक कौन-सी थी?
(NET History 2018)
A) हाथी सेना B) तीरंदाज़ी C) तोपखाना D) नौसेना
5. बाबरनामा में भारत की किस विशेषता की सर्वाधिक प्रशंसा की गई है?
(UGC-NET 2017)
A) व्यापार B) कृषि C) स्थापत्य D) शिक्षा
6. बाबर को भारत पर आक्रमण के लिए किसने आमंत्रित किया था?
(BPSC 2020)
A) इब्राहिम लोदी B) राणा साँगा C) दौलत ख़ाँ लोदी D) मेदिनीराय
7. खानवा युद्ध से पहले बाबर ने सैनिकों का मनोबल बढ़ाने हेतु क्या किया?
(UGC-NET 2021)
A) वेतन वृद्धि B) जिहाद की घोषणा C) उपाधि वितरण D) कर माफी
8. बाबर द्वारा पराजित अंतिम अफ़ग़ान शक्ति किस युद्ध में थी?
(UPPSC 2019)
A) पानीपत B) खानवा C) चंदेरी D) घाघरा
9. बाबरनामा को इतिहासकार क्यों महत्वपूर्ण मानते हैं?
(UGC-NET 2016)
A) धार्मिक ग्रंथ B) निष्पक्ष आत्मकथा C) प्रशासनिक दस्तावेज D) काव्य रचना
10. बाबर की तुलना सामान्यतः किस विजेता से की जाती है?
(NET History 2020)
A) महमूद ग़ज़नवी B) तैमूर C) सिकंदर महान D) शेरशाह
11. बाबरनामा का फ़ारसी अनुवाद अकबर ने क्यों करवाया?
(UGC-NET 2022)
A) धार्मिक कारण B) राजनीतिक वैधता C) मनोरंजन D) शिक्षा सुधार
12. बाबर के अनुसार भारत की सांस्कृतिक कमजोरी क्या थी?
(PGT History 2021)
A) शिक्षा B) इतिहास लेखन का अभाव C) कला D) स्थापत्य
13. बाबर का शव काबुल ले जाने का मुख्य कारण क्या था?
(UGC-NET 2018)
A) राजनीतिक B) धार्मिक C) व्यक्तिगत इच्छा D) सुरक्षा
14. बाबर की सेना की संरचना किस पर आधारित थी?
(NET History 2019)
A) जाति B) मनसब C) जनजातीय-पेशेवर D) सामंती
15. बाबर की विजय का सबसे दूरगामी प्रभाव क्या था?
(UPPSC 2022)
A) सल्तनत का अंत B) राजपूत शक्ति का अंत C) केंद्रीकृत साम्राज्य D) धार्मिक परिवर्तन
16. बाबर किस भाषा में अपनी आत्मकथा लिखी?
(UGC-NET 2015)
A) फ़ारसी B) अरबी C) तुर्की D) उर्दू
17. बाबर की माता किस वंश से संबंधित थीं?
(NET History 2017)
A) तैमूरी B) तुर्क C) मंगोल D) अफ़ग़ान
18. बाबर ने भारत में किस प्रकार के बागों की परंपरा शुरू की?
(PGT 2020)
A) चारबाग B) वन उद्यान C) राजकीय उद्यान D) मंदिर उद्यान
19. बाबर के अनुसार भारत की जलवायु कैसी थी?
(UGC-NET 2016)
A) सुखद B) अत्यंत शीत C) असहनीय D) समशीतोष्ण
20. बाबर ने दिल्ली सल्तनत के किस वंश का अंत किया?
(SSC 2019)
A) तुगलक B) सैयद C) लोदी D) खिलजी
21. बाबर का पहला भारतीय युद्ध किसके विरुद्ध था?
(NET History 2018)
A) इब्राहिम लोदी B) आलम ख़ाँ C) राणा साँगा D) मेदिनीराय
22. बाबर के समय प्रयुक्त ‘अरबा’ क्या था?
(UGC-NET 2020)
A) घोड़ा B) तोपों की सुरक्षा व्यवस्था C) कर प्रणाली D) सैनिक पद
23. बाबर ने भारत में किस शहर को राजधानी बनाया?
(UPPSC 2018)
A) दिल्ली B) आगरा C) लाहौर D) काबुल
24. बाबर ने किस युद्ध के बाद स्थायी रूप से भारत में शासन स्थापित किया?
(NET History 2019)
A) पानीपत B) खानवा C) चंदेरी D) घाघरा
25. बाबर की मृत्यु किस वर्ष हुई?
(UGC-NET 2015)
A) 1529 B) 1530 C) 1531 D) 1532
26. बाबर का उत्तराधिकारी कौन बना?
(PGT 2017)
A) अकबर B) हुमायूँ C) जहाँगीर D) कामरान
27. बाबर के व्यक्तित्व की प्रमुख विशेषता क्या थी?
(NET 2021)
A) कट्टरता B) साहित्यिक रुचि C) आलस्य D) क्रूरता
28. बाबर ने भारत को किस नाम से संबोधित किया?
(UGC-NET 2018)
A) हिंदुस्तान B) आर्यावर्त C) भारतवर्ष D) जंबूद्वीप
29. बाबर की प्रशासनिक व्यवस्था किससे प्रभावित थी?
(NET History 2017)
A) दिल्ली सल्तनत B) फ़ारसी प्रणाली C) मध्य एशियाई परंपरा D) भारतीय ग्राम व्यवस्था
30. बाबर के समय प्रमुख तोपची कौन था?
(UPPSC 2016)
A) बैरम ख़ाँ B) उस्ताद अली कुली C) मिर्ज़ा हैदर D) रुस्तम ख़ाँ
31. बाबर ने भारत में किस प्रकार की युद्ध नीति अपनाई?
(UGC-NET 2019)
A) रक्षात्मक B) आक्रामक C) गुरिल्ला D) नौसैनिक
32. बाबर ने किस युद्ध के बाद राजपूत शक्ति को निर्णायक रूप से तोड़ा?
(NET History 2018)
A) पानीपत B) खानवा C) चंदेरी D) घाघरा
33. बाबर के अनुसार भारत में किस चीज़ का अभाव था?
(UGC-NET 2021)
A) फल B) पुस्तकालय C) अच्छे घोड़े D) नगर
34. बाबर का संबंध किस धर्म संप्रदाय से था?
(PGT 2019)
A) शिया B) सुन्नी C) सूफ़ी D) इबादी
35. बाबर ने किस युद्ध में मेदिनीराय को हराया?
(NET History 2017)
A) खानवा B) चंदेरी C) घाघरा D) पानीपत
36. बाबर के अनुसार भारत की सामाजिक संरचना कैसी थी?
(UGC-NET 2016)
A) समतावादी B) जाति आधारित C) जनजातीय D) साम्यवादी
37. बाबर ने भारत में किस कला को प्रोत्साहन दिया?
(PGT 2020)
A) चित्रकला B) स्थापत्य C) बागवानी D) संगीत
38. बाबर की आत्मकथा किस शैली में लिखी गई है?
(NET History 2019)
A) काव्यात्मक B) आत्मकथात्मक C) प्रशासनिक D) धार्मिक
39. बाबर ने किस युद्ध में अफ़ग़ान-राजपूत संघ को तोड़ा?
(UPPSC 2021)
A) पानीपत B) खानवा C) चंदेरी D) घाघरा
40. बाबर के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था किस पर आधारित थी?
(UGC-NET 2018)
A) उद्योग B) व्यापार C) कृषि D) खनन
41. बाबर का जन्म किस क्षेत्र में हुआ था?
(NET History 2016)
A) समरकंद B) फ़रगाना C) काबुल D) बुख़ारा
42. बाबर ने किस भारतीय शासक को ‘काफ़िर’ घोषित किया?
(UGC-NET 2022)
A) राणा साँगा B) मेदिनीराय C) इब्राहिम लोदी D) महमूद लोदी
43. बाबर के समय सैन्य संगठन का आधार क्या था?
(NET History 2020)
A) जाति B) वंश C) योग्यता D) भूमि
44. बाबर ने भारत में किस परंपरा की शुरुआत की जो आगे मुगलों में चली?
(PGT 2021)
A) मनसबदारी B) चारबाग C) ज़ब्ती D) दहसाला
45. बाबर की तुलना आधुनिक इतिहासकार किस रूप में करते हैं?
(UGC-NET 2019)
A) केवल आक्रांता B) विद्वान-योद्धा C) कट्टर शासक D) धर्मगुरु
46. बाबर ने किस युद्ध के बाद अफ़ग़ान शक्ति को पूरी तरह कुचल दिया?
(UPPSC 2018)
A) खानवा B) चंदेरी C) घाघरा D) पानीपत
47. बाबर के भारत आगमन के समय दिल्ली का सुल्तान कौन था?
(NET History 2017)
A) सिकंदर लोदी B) इब्राहिम लोदी C) आलम ख़ाँ D) महमूद लोदी
48. बाबर ने भारत में किस प्रकार का शासन स्थापित किया?
(UGC-NET 2016)
A) लोकतांत्रिक B) सामंती C) राजतंत्रीय केंद्रीकृत D) जनजातीय
49. बाबर के अनुसार भारत में सबसे अच्छी चीज़ क्या थी?
(NET History 2021)
A) नगर B) लोग C) कृषि भूमि D) शिल्प
50. बाबर के शासनकाल की सबसे बड़ी सीमा क्या थी?
(UGC-NET 2020)
A) अल्प अवधि B) प्रशासनिक कमजोरी C) धार्मिक विरोध D) आर्थिक संकट
Answer Key (1–50)
1-C, 2-B, 3-B, 4-C, 5-B, 6-C, 7-B, 8-D, 9-B, 10-C, 11-B, 12-B, 13-C, 14-C, 15-C, 16-C, 17-C, 18-A, 19-C, 20-C, 21-A, 22-B, 23-B, 24-B, 25-B, 26-B, 27-B, 28-A, 29-C, 30-B, 31-B, 32-B, 33-C, 34-B, 35-B, 36-B, 37-C, 38-B, 39-B, 40-C, 41-B, 42-A, 43-C, 44-B, 45-B, 46-C, 47-B, 48-C, 49-C, 50-A
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: बाबर की युद्ध नीति को आधुनिक क्यों माना जाता है?
उत्तर: बाबर की युद्ध नीति को आधुनिक इसलिए कहा जाता है क्योंकि उसने भारत में युद्ध के क्षेत्र में नई तकनीकों की शुरुआत की। उसने पहली बार बारूद, तोपों और बंदूकों का योजनाबद्ध उपयोग किया। ‘तुलुग़मा’ पद्धति द्वारा उसने सेना को विभिन्न भागों में विभाजित कर शत्रु को चारों ओर से घेरने की रणनीति अपनाई। वहीं ‘अरबा’ पद्धति के अंतर्गत तोपों को गाड़ियों से जोड़कर एक सुरक्षात्मक घेरा बनाया गया। इन नवाचारों ने बाबर को समकालीन शासकों से आगे खड़ा किया।
प्रश्न 2: बाबर की युद्ध नीति की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या मानी जाती है?
उत्तर: बाबर की युद्ध नीति की सबसे बड़ी उपलब्धि 1526 ई. में लड़ा गया प्रथम पानीपत युद्ध था। इस युद्ध में उसने संख्या में अधिक शक्तिशाली इब्राहिम लोदी की सेना को पराजित किया। आधुनिक हथियारों, सैन्य अनुशासन और कुशल रणनीति के कारण बाबर ने दिल्ली सल्तनत का अंत कर भारत में मुगल शासन की स्थापना की।
प्रश्न 3: ‘तुलुग़मा’ और ‘अरबा’ युद्ध पद्धतियों का प्रयोग किस युद्ध में हुआ?
उत्तर: ‘तुलुग़मा’ और‘अरबा’ दोनों युद्ध पद्धतियों का संयुक्त प्रयोग प्रथम पानीपत युद्ध में किया गया था। इन्हीं तकनीकों के कारण यह युद्ध बाबर की सैन्य कुशलता का श्रेष्ठ उदाहरण माना जाता है और प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछा जाता है।
प्रश्न 4: खानवा का युद्ध बाबर के लिए क्यों महत्वपूर्ण था?
उत्तर: खानवा का युद्ध (1527 ई.) बाबर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें उसने राणा साँगा के नेतृत्व वाले शक्तिशाली राजपूत संघ को पराजित किया। इस विजय के बाद बाबर ने स्वयं को ‘ग़ाज़ी’ की उपाधि दी और भारत में उसकी सत्ता को राजनीतिक तथा वैचारिक मान्यता प्राप्त हुई।
प्रश्न 5: बाबरनामा बाबर की युद्ध नीति को समझने में कैसे सहायक है?
उत्तर: बाबरनामा बाबर द्वारा लिखी गई आत्मकथा है, जिसमें उसने अपने सैन्य अभियानों, युद्ध रणनीतियों और तत्कालीन परिस्थितियों का विस्तृत वर्णन किया है। इसमें दी गई सैन्य टिप्पणियाँ और युद्ध अनुभव बाबर की युद्ध नीति को समझने के लिए सबसे विश्वसनीय और प्रामाणिक स्रोत माने जाते हैं।
प्रश्न 6: बाबर और शेरशाह सूरी की युद्ध नीतियों में क्या अंतर था?
उत्तर: बाबर की युद्ध नीति आधुनिक हथियारों, तोपखाने और तीव्र आक्रमण पर आधारित थी, जबकि शेरशाह सूरी की नीति सुदृढ़ प्रशासन, सड़क व्यवस्था और स्थायी सैन्य संगठन पर केंद्रित थी। बाबर ने साम्राज्य की नींव डाली, जबकि शेरशाह ने शासन प्रणाली को प्रभावी रूप प्रदान किया।
प्रश्न 7: प्रतियोगी परीक्षाओं में बाबर की युद्ध नीति और उपलब्धियाँ क्यों महत्वपूर्ण हैं?
उत्तर: बाबर की युद्ध नीति और उपलब्धियाँ मध्यकालीन भारत में सैन्य परिवर्तन को दर्शाती हैं। उसके युद्ध, तोपखाने का प्रयोग, ‘तुलुग़मा’ पद्धति और बाबरनामा से जुड़े प्रश्न UGC-NET, PGT, UPPSC तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में नियमित रूप से पूछे जाते हैं।
प्रश्न 8: बाबर की विजयों का दीर्घकालीन प्रभाव क्या पड़ा?
उत्तर: बाबर की विजयों का दीर्घकालीन प्रभाव यह रहा कि भारत में एक मजबूत, केंद्रीकृत और स्थायी मुगल साम्राज्य की स्थापना हुई। इस साम्राज्य ने आगे चलकर प्रशासनिक स्थिरता, राजनीतिक एकता और सांस्कृतिक समन्वय को बढ़ावा दिया।
